17/05/2024

इंटरनेट फ्रॉड, साइबर फ्रॉड और डिजिटल ठगी से स्वयं को कैसे बचायें (How to safeguard yourself from Internet frauds, Cyber Frauds and digital cheatings)

इंटरनेट फ्रॉड या डिजिटल ठगी से स्वयं को कैसे बचायें (How to safeguard yourself from Internet frauds or digital cheatings)

किसी चीज से बचने के लिए सबसे पहले उसकी कार्यप्रणाली को जानना और समझना जरूरी है। सबसे पहले जानते हैं कि कैसे ठग किस तरह से मानव मनोविज्ञान का उपयोग करके अपने शिकार को फँसाते हैं ? अगर आप ठगों के मनोविज्ञान को समझ गए तो निश्चय ही, आप कभी भी किसी भी ठगी के शिकार नहीं होंगें । आप ठगों से दो कदम आगे चलते हुए उन्हें ठेंगा दिखाते रहेंगें और जानकारी साझा करके स्वयं को और अपने अपनों को बचाते रहेंगे ।

(Internet Frauds) ठगी के पीछे का मनोविज्ञान  – लालच, भय, भरोसा

  • लालच

ठग सबसे पहले मानव की मूलभूत कमजोरी, लालच का फायदा उठाते हैं। आप को बहुत ज्यादा लाभ होने का भरोसा दिलवाते हैं। फिर प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तरीके से आपको यह बताते हैं कि यह लाभ कुछ सीमित समय और सीमित व्यक्तियों के लिए ही है । आप बड़े भाग्यशाली हैं कि आपको यह मौका मिल रहा है। आप जल्दी इस मौके को पकड़ लीजिए अन्यथा मौका आपके हाथ से निकल जाएगा। ये ठग प्रतिदिन बहुत सारे लोगों को अपने झांसे में फँसाने की जुगत में लगे रहते हैं इसलिए वो बहुत जल्द आपकी कमजोरियों को समझ जाते हैं और फिर इस तरह से आपको समझाते हैं कि आपको लगने लगता है कि ये जीवन में कभी कभी मिलने वाला सुनहरा मौका है। अगर आपने जल्दी इस के लिए हाँ नहीं किया तो यह सुनहरा मौका हमेशा के लिए छूट जाएगा।

  •  भय

मौका छूटने की बात बताकर वो आपको लालच से भय की तरफ ले जाते हैं। ठगों को ये पता होता है की लालच और भय की अवस्था में मनुष्य सही निर्णय नहीं ले पाता है। वो मनुष्य की इसी कमजोरी का फायदा उठाते हैं। भय दिखाकर वो आपको सही से सोचने का मौका ही नहीं देंगे । वो आपसे तुरंत निर्णय लेने के लिए दबाव बनाने लगते हैं। अगर आपको कभी ऐसा महसूस हो कि कोई आप पर मनोवैज्ञानिक दबाव बना रहा है तो यह साफ संकेत हैं कि आपको तुरंत सतर्क होने की जरूरत है। जब आप सतर्क होने लगेंगे तो ठग फिर अपना पैंतरा बदलेंगे और आपका भरोसा जीतने पर लग जाएंगे ।

  • भरोसा

आपसे वो जिस भी माध्यम जैसे ईमेल द्वारा , फोन कॉल करके या व्यक्तिगत मुलाकात द्वारा संपर्क कर रहे हों। दरअसल वो मनोवैज्ञानिक तरह से आपको जांच परख रहे होते हैं। फिर वो ये तय करते हैं आपको तुरंत झांसे में लेना है या धीरे धीरे। कई बार यह प्रक्रिया त्वरित होती है कई बार वो एक समय सीमा तय करके धीरे धीरे आपका भरोसा जीतते हैं। भरोसा जीतते ही वो आपसे किसी ना किसी बहाने से पैसे की मांग करेंगे । यह एकदम पक्का संकेत है कि अगले व्यक्ति की नीयत सही नहीं है और वो आपसे येन केन प्रकारेण सिर्फ पैसा ठगने में रुचि रखता है।

सीखने योग्य शब्द (मनोवैज्ञानिक – Psychological साइकॉलजीकल  – इसके उच्चारण और वर्तनी पर ध्यान देना चाहिए )। येन केन प्रकारेण (मुहावरा ) : किसी भी तरह

(Internet Frauds) ठगी से बचने के सरल उपाय

1. जब कोई आपको आपका लाभ बताए तो आप तुरंत ये सोचे की इस में बताने वाले का क्या फायदा छुपा है ? जब ठग, जालसाज ( fraudster), cheater , scammer आपको आपका फायदा बताने लगे तो आपको सावधान हो जाना है। आप समझ जाइए को वो फँसने के लिए आपको लालच दे रहा है। जब आप सामने वाले के खेल को पहले से समझ रहे होंगें तो फिर उसे आपको फंसाना लगभग नामुमकिन हो जाएगा। सतर्कता, सजगता और सावधानी से आप बढ़ी आसानी से उस जालसाज को उसके अपने गेम में मात दे सकते हैं।  

2. अगर कोई आपसे किसी भी तरह से OTP (मोबाईल पर आया हुआ एक विशेष नंबर), माँगे तो आप किसी भी हालत में वो नंबर उसे नहीं दें भले वो आपको कितने भी बड़े नुकसान होने का भय दिखा रहा हो । OTP नहीं देने से नुकसान होने की संभावना नगण्य है और अगर हुआ भी तो इसे सही किया जा सकता है पर OTP देने के बाद तो आपका नुकसान होना तय ही है और उस नुकसान को ठीक करना लगभग असंभव सा है।

3. Online लेन देन के लिए अगर संभव हो तो अपने मुख्य बैंक अकाउंट के अलावा एक अन्य बैंक अकाउंट का प्रयोग करें जिसमे आप एक छोटी रकम ही रखें। मुख्य अकाउंट का कोई भी लेन देन से संबंधित App को अपने मोबाईल में इंस्टॉल ना करें । इस से मोबाईल चोरी या गुम होने की हालत में भी आपका मुख्य अकाउंट सुरक्षित रहेगा। मोबाईल को रिपेयर करवाना पड़े तो हर हालत में अपना Sim  Card निकाल कर ही रिपेयर के लिए किसी को दें।

(Types of Internet Frauds) इंटरनेट ठगी के प्रकार

1. ईमेल से ठगी :

ये online फ्रॉड या ठगी का सबसे पुराना तरीका है। आपको एक email आता है जिस में तरह तरह के ऑफर का आपको लालच दिया जाता है । उन email के फ्रॉड होने का एक सीधा संकेत रहता  है की अक्सर ईमेल फ्रॉड करने वाले आपको आपके नाम से नहीं बल्कि My Dear, My Love जैसे सामान्य सम्बोधन से संबोधित करते हैं। वो सिर्फ आपको mail  नहीं भेजते हैं बल्कि एक साथ लाखों लोगों को भेजते हैं।  एक survey के अनुसार एक लाख में सामान्यतः 50 से 100 लोग उनके mail  का जवाब देते हैं और अफसोस की बात है की 5 से 10 लोग ठगी के शिकार हो भी जाते हैं। email द्वारा मुख्यतः निम्नलिखित प्रकार के ठगी किए जाते हैं।

1. a. लॉटरी के नाम पर ठगी –

किसी बड़ी कंपनी का Logo की नकल करके  Scammer आपको ईमेल भेजता है । ईमेल के विषय में भी किसी मशहूर कंपनी का logo या नाम का भी प्रयोग करता है जिस से वो आपका भरोसा जीत सके। email भेजने वाला sender के रूप में प्रयोग किए जाने वाले ईमेल id इस तरह का बनाता है जिस से आपको लगेगा कि ये ईमेल उस नामचीन कंपनी के द्वारा भेज गया है। ईमेल में ठग कहता है कि उस कंपनी का समान प्रयोग करने के कारण एक lucky draw में आपका email id का चुनाव हुआ है और लॉटरी के रकम को आपके बैंक अकाउंट में भेजने के लिए processing फीस ली जाएगी । अगर आप फीस दे देते हैं तो फिर नए बहाने से और पैसा ऐंठने की कोशिश की जाएगी, जब तक आप समझ ना जाएं की आपके साथ ठगी की जा रही है। सच्चाई तो ये है कि अगर किसी को सही में लॉटरी लगे तो भी सारे फीस और टैक्स ,लॉटरी की राशि में से ही लिए जाते हैं ना की पहले फीस और बाद में रकम मिलती है ।

1. b. वसीयत / प्रॉपर्टी के नाम पर ठगी

Email  में Scammer आपको बताता है कि उसे एक वसीयत में बड़ी प्रॉपर्टी मिली है पर उस जायदाद को अपने नाम पर कराने के लिए उस के पास पैसे नहीं हैं। जायदाद का हस्तांतरण करवाने के लिए वो आपसे पैसा माँगता है । आपको लालच देता है कि प्रॉपर्टी उस के नाम होते ही वो आपके छोटी रकम के बदले आपको एक मोटी रकम देगा। अगर आप उस के जाल में फँसते हैं तो वो तरह तरह के बहाने बनाकर आपसे तब तक पैसे लेता रहेगा  जब तक आप समझ ना जाए कि यह तो मेरे साथ Internet Fraud  हो रहा है या आपके पास पैसे खत्म ना हो जाए।

1. c. नौकरी के नाम पर ठगी

किसी बड़ी कंपनी से मिलते हुए नाम के फर्जी ईमेल से वो आपसे आपका Resume ( रेज़मै – आपके काम का अनुभव) मांगेंगे और फिर आपको बताएंगे कि आपका चुनाव हो गया है। आपकी नौकरी पक्की है। आपको रेजिस्ट्रैशन फीस के तौर पर एक तय रकम देनी है। अगर आप तुरंत यह फीस नहीं देंगे तो यह नौकरी किसी और को दे दी जाएगी। अगर आपने फीस दिया तो आप ठगी के शिकार हो गए । आप जरा गौर से सोचेंगे तो पता चलेगा की किसी बड़ी कंपनी को आपके बारे में कैसे पता चला ? कभी कोई भी सही और बड़ी कंपनी नौकरी के registration के लिए पैसे नहीं मांगती है। आप कभी इंटरनेट पर नौकरी के लिए search किए होंगे तो वहाँ से ये Internet Fraudster आपका detail चुरा लेते हैं और फिर आपको ठगी का ईमेल भेजते हैं।

2. सोशल मीडिया से ठगी :

अगर आपका Facebook , Instagram या अन्य दूसरे Social मीडिया पर अकाउंट है तो Internet fraudster वहाँ से आपके details चुरा लेते हैं। कई बार तो अपना gender बदल कर आपसे पास friendship request या msg भेजते हैं। अधिकतर ये लोग दूसरे देश से होते हैं या यहीं भारत में रहकर computer software की मदद से आपको ऐसा दर्शाते हैं। फिर आप से जान पहचान बढ़ाते हैं और फिर शुरू होता है आपको चूना लगाने का खेल। सोशल मीडिया द्वारा मुख्यतः निम्न दो प्रकार के ठगी होते हैं।

2. a. एयरपोर्ट ठगी :

सोशल मीडिया पर आपसे दोस्ती किया हुआ व्यक्ति कई बार प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आपकी तारीफ करता हुआ आपसे मिलने की इच्छा जताता है । कई बार वो आपसे अंतरग बातें भी करते हैं। आपको surprise गिफ्ट देने की इच्छा दिखाते हैं। फिर आपको अचानक किसी दिन भारत के किसी International Airport से आपको custom officer का call आता है । वो ऑफिसर आपको बताता है कि आपके सोशल मीडिया दोस्त को उन्होंने बिना कस्टम ड्यूटी भरे एक बड़े रकम का उपहार लाने के जुर्म में पकड़ लिया है । फिर वो आपके सोशल मीडिया friend से आपको बात करवाते हैं जो आपसे sorry कहते हुए यह बताता या बताती है की वो आपको surprise देने के लिए बिना बताए भारत आ गया है या आ गई है । उसे custom duty के बारे में पता नहीं था । फिर custom officer आपसे कहता है कि अगर आप custom duty भर दें तो आपके friend को आपके गिफ्ट के साथ release कर दिया जाएगा नहीं तो अभी उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया जाएगा और उसे छह माह से लेकर पाँच साल की सजा हो जाएगी । अगर आप पैसा दे देते हैं तो आपको पता चलता है की वो custom officer भी नकली था और वो आपका सोशल मीडिया दोस्त भी। दरअसल आपको चूना लग गया है। कमाल है की कई बार आपको video call भी आता है जहां बात करने वाला custom officer आपको ड्रेस में दिखता है और पीछे एयरपोर्ट का लोकैशन भी दिखता है । आपको अगर ठगी के मनोविज्ञान , लालच, भय और भरोसा वाली बात याद होगी तो कभी भी आप Internet Fraud तो छोड़िए किसी भी ठगी के शिकार नहीं होंगे।

2. b. Whattsup से fraud या ठगी :

आपसे सोशल मीडिया पर दोस्ती करके आपका नंबर लिया जाता है फिर आपको call करके आपसे मीठी मीठी बातें की जाती हैं। आप जिस तरह की बात पसंद करते हैं उसी अंदाज में आपको खुश किया जाता है फिर आपको video call करने ले लिए भरोसे में लिया जाता है। Video Call में अक्सर आपसे अश्लील बातें की जाती हैं। अगर आपने कोई आपत्तिजनक video call किया तो आप उनके जाल में फंस गए। वो आपके साथ हुए video call को सॉफ्टवेयर की मदद से रिकार्ड कर रहे होते हैं । फिर वो उसे software से edit करके बहुत ज्यादा अश्लील बनाते हैं और फिर आपको blackmail करने का खेल शुरू करते हैं कि अगर आपने उनको पैसे नहीं दिए तो वो आपकी अश्लील video आपके बाकी फ़्रेंड्स ग्रुप को भेज देंगे । कई बार तो किसी अनजान नंबर से भी ऐसे call आते हैं और आपके द्वारा call उठाते ही वो चुपके से recording शुरू कर लेते हैं। आप कितनी भी शालीनता से बात करें पर वो उसे अश्लील तरीके से edit करके फिर से आपको blackmail करना शुरू कर देते हैं। कभी भी किसी अनजान नंबर से आए विडिओ कल को किसी भी कीमत पर नहीं उठाना ही इस से बचने का बेहतर तरीका है।  अगर कभी ऐसा हो भी तो बेहिचक परिवार को बताए और पुलिस से संपर्क करें। कारण कि आप कितना भी पैसा ठगों को देते रहें वो आपको छोड़ेंगे नहीं । आपके पास पैसे खत्म होते ही एक ना एक दिन ये बात परिवार को पता चलेगी ही तो बेहतर है की शुरू में ही परिवार का भरोसा जीत लिया जाए ।

2. c. बिल पेमेंट ठगी :

आपको msg या email आते हैं कि 24 घंटे में आपका बिजली या मोबाईल का कनेक्शन काट दिया जाने वाला वाला है नहीं तो आप तुरंत एक रकम दिए गए लिंक पर भेज दें। अगर आप घबराहट में ऐसा कर देते हैं तो आप ठगे गए । कभी किसी अनजान संदेश या ईमेल में भेजे गए लिंक को click ना करें ।

2. d. कूरियर डिलिवेरी फ्रॉड (Courier delivery fraud) :

अगर आपके पास कोई courier आने वाला है और आप बार बार Internet पर उसे ट्रैक कर रहें हैं तो कई hacker वहाँ से आपका details निकल लेते हैं और आपको कॉल करते हैं कि आपका कूरियर डिलीवरी के लिए पता कन्फर्म करने के लिए आपको नाम मात्र की रकम जैसे दो या तीन रुपया अभी मोबाईल पर भेजे एक लिंक पर क्लिक करके भेजना पड़ेगा। अगर आपने लिंक पर क्लिक कर दिया तो वो आपके मोबाईल को hack (सॉफ्टवेयर से उसे अपने नियंत्रण में ले लेना ) कर लेंगे और आपके मोबाईल में अगर किसी बैंक का app है तो उस से पैसे निकल लेंगे ।

3. लोन ऐप से ठगी (Loan App Fraud)

आपके मोबाईल में कई सारे लोन ऑफर के प्रचार आते रहते हैं कि बिना किसी डॉक्युमेंट्स के लोन लीजिए। बस एक क्लिक में 10,000 से 25,000 तक का लोन लीजिए। आप ने अगर गलती से या उत्सुकता वश भी उन लिंक पर क्लिक कर दिया तो वो आपसे कोई ऐप डाउनलोड करने के लिए कहेंगे। उस ऐप को शुरू करने के लिए आपसे कुछ permission मांगे जाएंगे। कई बार तो ऐप खुद ही permission ले लेता है। उसके बाद स्वतः आपके दिये गए डीटेल वाले बैंक अकाउंट या UPI अकाउंट में पैसे आ जाएंगे। फिर वो ऐप गुपचुप तरीके से आपके मोबाईल के गॅलरी से सारी तस्वीरें और फोन बुक से सारा नंबर कॉपी करके ऐप को भेज देगा । उसके बाद शुरू होगा आपको ब्लैक मेल करने का खेल। ऐप बनाने वाले आपकी तस्वीरों को एडिट करके अश्लील बना देंगे और फिर आपको भेज कर धमकी देंगें कि अगर आप उनको दिये गए रकम से दुगना या तीन गुना पैसा तुरंत नहीं देंगे तो वो आपकी तस्वीरें आपके फोन बुक के सारे contacts को whattsup कर देंगें। कई लोगों के पैसे देने के बाद भी ऐप वाले जालसाजों ने उनके कारीबियों को उनकी अश्लील तस्वीरें भेज दी। कुछ लोगों ने तो आत्महत्या कर ली । भारत सरकार के साइबर सेल Internet Frauds के इस नए रूप ‘ऐप फ़्राड ‘पर अपना शिकंजा कस रही है पर अगर आप को इसकी पहले से जानकारी रहेगी तो खुद भी बचेंगे और अपने अपनों को भी बचाएंगे।

4. घर बैठे टायपिंग जॉब या डाटा एंट्री के नाम पर ठगी ( Typing work fraud and data entry fraud)

अगर आप online काम के लिए मोबाईल या लैपटॉप से सर्च कर रहें हैं तो आपको टायपिंग जॉब के ऑफर मिल जाएंगे । कई बार आपको ऐसे हैन्ड्बिल दीवारों पर चिपके भी मिल जाएंगे। उनमें दिये नंबर पर आपको कॉल करना होगा। उसके बाद फोन कॉल या विडिओ कॉल पर आपका इंटरव्यू होगा। थोड़ा दिन बाद आपको कल या ईमेल आएगा कि आपका चुनाव टायपिंग जॉब के लिए हो गया है। आपको एक अग्रीमन्ट पेपर का प्रिन्ट आउट लेकर उसपर अपना साइन करके और स्कैन करके उनको भेजना होगा। अग्रीमन्ट में लिखा होता है कि अगर आपकी गलती से कंपनी को कोई नुकसान होता है तो उसकी भरपाई की जिम्मेवारी आप पर होगी। आपको मन लगाकर काम करना है। आप टायपिंग में 20% से अधिक गलती नहीं करेंगे। पहले वो आपको एकदम हल्के टायपिंग काम देंगें फिर उस के बाद जान बूझकर ऐसे material भेजेंगे जिस में कि अधिक से अधिक गलती हो और काम समय पर पूरा नहीं हो। जब आप समय पर काम जमा नहीं करेंगे या 20% से ज्यादा टायपिंग गलती वाला प्रोजेक्ट जमा करेंगे तो वो आप को कंपनी का नुकसान करने का जिम्मेवार ठहराएंगे और आपके साइन किए अग्रीमन्ट का हवाला देकर आपसे 7000 से लेकर 15000 हजार रुपये की मांग करेंगे। आपको लगेगा कि गलती आपके तरफ से है इसलिए आपको ये रकम उनको देनी ही पड़ेगी पर यही उनका ठगी का प्लान है। वो सबके साथ ऐसा ही करते हैं। आप जब पैसे नहीं देने की बात करेंगे तो वो whattsup या ईमेल पर आपको एक लीगल नोटिस भी भेज देंगे पर ये नोटिस भी फर्जी होता है। पहले तो आप ऐसे किसी जाल में फँसिए नहीं और अगर फंस भी गए हैं तो उनको एक रुपया भी नहीं दीजिए। वो आपके खिलाफ कोई कारवाई नहीं कर सकते हाँ अगर आप उनके खिलाफ पुलिस स्टेशन में शिकायत करें तो उनके खिलाफ जरूर कारवाई हो सकती है। इस लिंक पर क्लिक करके आप पुलिस द्वारा बनाया गया ये विडिओ देख सकते हैं –https://www.youtube.com/watch?v=ojn-HuJrIQc

5. यू ट्यूब (Youtube) विडिओ के कॉमेंट सेक्शन से ठगी

आप यूट्यूब पर किसी चैनल के विडिओ को पसंद करते हैं । आप उस चैनल के रेगुलर व्यूअर हैं , तो जाहिर सी बात है कि आप कभी ना कभी उस विडिओ के कॉमेंट सेक्शन में जाकर अपनी बात भी रखते होंगें। बस यहीं से इंटरनेट फ्रॉड (Internet Fraud) करने वालों को एक मौका मिल जाता है। वो कमेन्ट सेक्शन में जाकर ऐसे व्यक्ति का चुनाव करते हैं जिनको ठगी का शिकार बनाना उनको सरल लगता है। वो आपके कमेन्ट का रिप्लाइ करते हैं कि आप चैनल के रेगुलर व्यूअर हैं इसलिए चैनल कुछ गिव अवै (give away – किसी को कोई नया या कुछ दिन प्रयोग में लाया हुआ समान उपहार में दे देना ) करने वाली है और आपका नाम लकी ड्रॉ में चुना गया है। आपको कोई महँगा सामान गिव अवै में देने का भरोसा दिलाया जाएगा और फिर प्रोसेसिंग या पैकिजींग के नाम पर पैसे की मांग की जाएगी। अगर आपने पैसा दे दिया तो आपको गिव अवै से कुछ मिलेगा नहीं बल्कि उल्टा आपसे पैसा टेक अवै (ले लेना )हो जाएगा। जब भी कोई आपसे लालच या लक की बात करे तो आपको एकदम सावधान हो जाना है। लालच किसी भी ठग का पहला हथियार होता है अपने शिकार को फँसने के लिए।

अतिरिक्त सुझाव :

अगर कोई आपको बहुत अधिक रिटर्न का लालच देकर पैसे इन्वेस्ट करने का ऑफर देता है तो आपको ऐसे लालच से भी बचना चाहिए। ऐसा कोई बिजनेस नहीं होता जिस में रिटर्न तो महीने में बहुत ज्यादा हो पर उसमें जोखिम नहीं हो । दरअसल या तो आपको जोखिम दिख नहीं रहा है या अगर दिख भी रहा है तो लालच के वश में होकर आप उसे देखना नहीं चाह रहे हैं। यदि आप लालच में आकार उस में पैसा इन्वेस्ट भी कर रहें हों तो सिर्फ इतना पैसा कीजिए जिस के खत्म होने पर भी आपके जीवन या परिवार पर आर्थिक संकट इतना ना आ जाए कि आप हिम्मत ही हारने लगें। समझदारी से इन्वेस्ट करेंगे तो निश्चय ही आपको लाभ होगा पर लालच में करेंगे तो आज या कल नुकसान होना है।

निष्कर्ष :

आप जब भी महसूस करें की कोई आपको लालच, भय, या भरोसा दिखाकर जल्दबाजी में कुछ कराने का प्रयास कर रहा है तो यह पक्का सबूत है कि वो आपको ठगने का प्रयास कर रहा है। ठग हमेशा अपने ठगने का तरीका बदलते रहते हैं पर ठगने का मनोविज्ञान एक ही रहता है। अगर आपने उनके मनोवैज्ञानिक तरीके को समझ गए वर्तमान और भविष्य में कभी ठगी के शिकार नहीं होंगे।

नोट :

हमें पता है कि हमने इस article में कई English के शब्दों का प्रयोग किया है पर यह मजबूरी वश नहीं हमारे टीम द्वारा जानबूझकर किया गया है जिस से कि वो शब्द धीरे धीरे हिन्दी की आगोश में सिमटकर हिन्दी को और समृद्ध करें। अगर आप हमारे प्रयास से सहमत नहीं हैं तो हम आपसे क्षमा प्रार्थी हैं। Comment में अपनी बात रखिएगा । हम अपनी गलतियाँ ठीक करने का प्रयास करते रहेंगे। अगर आप हमारा हिम्मत बढ़ाते हैं तो उसके लिए अग्रिम धन्यवाद ।

आग्रह

किसी भी तरह के फ्रॉड या जालसाजी से बचने का सर्वोत्तम उपाय जानकारी ही है । आप इस जानकारी को अपने अपनों तक पहुँचाये और उनसे निवेदन करें कि वो भी इसे आगे बढ़ायें । इस तरह हम सब Internet Frauds से बचे रहेंगे। अगर आपके पास किसी नई तरह के Internet Fraud की जानकारी है तो हमसे कमेन्ट बॉक्स में जानकारी साझा करें। हम उस जानकारी को इस आर्टिकल में शामिल करेंगे और कमेन्ट बॉक्स में आपको क्रेडिट भी देंगें ।

पढ़े ,पढ़ाये और जानकारी को साझा करके आगे बढ़ाये ..

5 thoughts on “इंटरनेट फ्रॉड, साइबर फ्रॉड और डिजिटल ठगी से स्वयं को कैसे बचायें (How to safeguard yourself from Internet frauds, Cyber Frauds and digital cheatings)

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